14.8.15

चाचा की फेसबुक में चाची-6


डॉ. भानु प्रताप सिंह
चाची अनामिका ने ठान लई कि वो अपने ‘उनकी’ और मेरे चाचा अनार सिंह की मन की बात जानिकैं रहैगी। याई मारें चाची मेरे ढिंगा आई और कहन लगीं- लल्ला, नैंक फेसबुक तो खोलिओं। देखूं तो सही, तुमाए चाचा कौन-कौन के संग गुलछर्रे उड़ाय रएं और कौन-कौन सी छोरिन कूं पारटी दै रएं। 
चाची की बात सुनिकैं मैं समझि गौ कि अब चाचा पै अब बेभाव परिंगे। चाचा कूं कोऊ बचाय नांय पाबैगौ। चाचा ने पढ़िबे के पीछें बचपन में मेरी भौत पिटाई करी है, मैं तो चाहतूं कि चाचा की सारी पोलपट्टी खुलि जाए। मैं मन ई मन बड़ौ खुस भयो, लेकिन चाची कूं दिखाइबे कैं मारें बोलो- चाची, तुम कौन से चक्कर में पर रइयो। आदमिन कौ तो कामु है छोरिन कूं पटानौ। छोरी पटि गई तौ ठीक है, नांय पटी तो राम-राम। तुम देखि नांय रईं का लोकसभा में मोदी सरकार सोनिया गांधी कूं पटाइबे में लगी भई है। बे नांय मान नईं, तो हल्ला-गुल्ला मचि रौ ए।
चाची: तौ तुमने का मोय सोनिया गांधी समझि लौ ए।  मैं तो भौत सीधी-सादी हूं।  मोय हल्लौ-गुल्ला ते का कन्नौए। सोनिया तो ‘पप्पू’ की मम्मी हैं।  पप्पू के चक्कर में सोनिया गाँधी कूं कितनी सुननी पत्तै। सोनिया के घरवाले तो प्रधानमंत्री हते और हमारे मंत्री तक नानैं।
मोय लगी कै कछू गल्त बात कै दई। मैंने बात संभाली: अरे, चाची, तुम तो सुषमा स्वराज हौ। भारतीय नारी।
चाची: लल्ला, तुम फिर मेरौ दिमाग खराब कररए हौ। सुषमा कूं देखि लेउ। मुए ललित के चक्कर में सुषमा ने अपनी इमेज पै कालिख पोत दई। इत्तौ तौ मैं जान्तूं कि  लोकसभा में हंगामौ सुषमा के चक्कर में है रयौ है। खैर, मोय या ते का कन्नौऐ। मोय तो अपनौ घर देखनौ है। तुमाए चाचा कूं बिगड़ि बे ते बचानौ है।
मैंने कई: चाचा कूं बिगड़ि बे ते बचानौ है या तुम याइ देखि कैं घबराय रईयौ कि चाचा हाथ से निकरे जाइ रए हैं। सुंदर-सुंदर छोरी चाचा कूं लाइन मारि रई हैं, या चक्कर में तुमाई लाइन कटि सकतै।
चाची: मेई लाइन कोई नांय काटि सकतु। सांप कित्तौऊ टेढ़ौ चलै लेकिन बिल में तौ सीधौ ही घुसैगो। एक कहावत तो लल्ला तुमन्नै जरूर सुनी होयगी कि हड्डी देखि कैं कुत्ता की जीभ लपलपान लगतै। जब सब छोरी फेसबुक पै ‘पूनम पांडे’ बनिबे कूं तैयार बैठी है तो आदमी का करैगौ।
मैंने कई- चाची ऐसी बात नांय। तुम मोइये ले लेउ। मेरे सामने कितनीऊ सुंदर छोरी खड़ौ कद्देउ। मेरे मन में ऐसी-वैसी बात नांय आबैगी। रहीमदास जी ने कही है न- जो रहीम उत्तम प्रकृति का करि सकत कुसंग, चंदन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग। सारी बात चरित्तर की है। जाकौ चरित्तर अच्छौ है, बाकूं सुंदर छोरी से कोई फरक नांय पत्तु।
चाची: हां, जे बात तो सई है। मोय लगि रई है कि तुमाए चाचा कौ डीएनए ही खराबु है। डीएनए टेस्ट है जाय तो सब मालूम पज्जाइगी।
चाची कूं मोदी की भाषा में बात कत्तु देखि कैं मेरौ तो माथौ घूमि गौ। मैं समझि गौ कि चाची कूं मूरख बनानौ आसान नानै।

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