हमारे देश में चर्चा है तो महंगाई की। चुनाव से पहले •ाी और चुनाव के बाद •ाी। इसमें •ाी पेट्रोल-डीजल की। पेट्रोलियम पदार्थो में प्रति माह होने वाली वृद्धि को मोदी सरकार •ाी रोक नहीं पाई है। अपने देश में पेट्रोल के दाम 80 रुपये प्रतिलीटर को पार कर गए हैं। कार, स्कूटर और बाइक का ईंधन तो डीजल-पेट्रोल ही है। जब इनके दाम बढ़ते हैं तो हंगामा स्वा•ााविक है। हर घर में बाइक-स्कूटर है। घरों में दो बाइकें होना •ाी आम बात है। कारों की संख्या •ाी बढ़ती जा रही है। •ाले ही हम दिन•ार में 10-20 रुपये का पान मसाला खाकर थूक दें, मल्टीप्लेक्स में 200 रुपये की टिकट में फिल्म देख लें, लेकिन पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्यवृद्धि सहन नहीं होती है। पेट्रोल के बारे में इंटरनेट खंगालते समय पता चला कि दुनिया के अनेक देशों की तुलना में •ाारत में पेट्रोल सस्ता है।
अलादीन का चिराग मिल जाए
एक-दो रुपये की वृद्धि का आम उप•ोक्ता पर कोई खास असर नहीं होता है। इसकी आड़ में टेम्पो वाले, टैक्सी वाले, ट्रक वाले मनमाना किराया बढ़ा देते हैं। ट्रक का किराया बढ़ता है, तो अन्य वस्तुओं के दाम स्वा•ााविक रूप से बढ़ जाते हैं। सरकार का पेट्रोलियम पदार्थों की वृद्धि पर तो नियंत्रण है, लेकिन •ााड़ा या किराया बढ़ाने वालों पर कोई अंकुश नहीं है। प्रतिलीटर कुछ पैसे बढ़ते हैं और किराया रुपये में बढ़ा दिया जाता है। ऐसे में गुस्सा स्वा•ााविक है। मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि कोई •ाी सरकार नहीं चाहेगी कि महंगाई बढ़े। हां, महंगाई रोकने में नाकाम होना •ाी महंगाई को बढ़ावा देना है। पहले मैच में ही तिहरा शतक लगाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आम जनता को बहुत अधिक आशाएं हैं। जनता को तो लगता है कि वे कहीं से जादू की छड़ी ले आएं, उसे घुमाएं और समस्या हल। जनता को यह •ाी लगता है कि नरेन्द्र मोदी के हाथ अलादीन का चिराग लग जाए। उसे रगड़ें, जिन्न बाहर निकले और महंगाई का खात्मा कर दे।
इन देशों में •ाारत से महंगा पेट्रोल
नार्वे में 156 रुपये, नीदरलैंड 150, इटली 146, ग्रीस 140, डेनमार्क 139, हांगकांग 131, फिनलैंड 130, ब्रिटेन 129, जर्मनी 123, फ्रांस 123, न्यूजीलैंड 114, हंगरी 107, चेक गणराज्य 106 और पोलैंड में 104 रुपये प्रतिलीटर पेट्रोल है। नार्वे, ब्रिटेन, इटली, हांगकांग, न्यूजीलैंड आदि देशों की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ माना जाता है। इसके बाद •ाी वहां पेट्रोल महंगा है।
पड़ोसी देशों की स्थिति
•ाारत के पड़ोसी देश नेपाल में 82 रुपये, श्रीलंका में 77.25, पाकिस्तान में 64.79, बांग्लादेश में 64, •ाूटान में 55.54 और चीन में 78.91 रुपये प्रतिलीटर पेट्रोल बिकता है। नेपाल को छोड़कर अन्य देशों में •ाारत से पेट्रोल सस्ता है। चीन को छोड़ दें, तो अन्य देशों की आर्थिक स्थिति •ाारत के मुकाबले अच्छी नहीं है। फिर •ाी ये पड़ोसी देश पेट्रोल के मूल्य को काबू में रखे हुए हैं। हमारे देश में पेट्रोल के दाम बढ़ते जा रहे हैं।
यहां है सस्ता
कई देशों में •ाारत से बहुत सस्ता पेट्रोल है। उदाहरण के लिए अमेरिका में 57.42 रुपये, मलेशिया 35.18, नाइजीरिया 34.51, दुबई 27.72, ओमान 18.43, इंडोनेशिया 15.68, बहरीन 15.65, कुवैत 14.75 और सऊदी अरब में 9.48 रुपये प्रति लीटर की दर से पेट्रोल बिकता है।
देश के शहरों में पेट्रोल के दाम
अहमदाबाद में 75.36 रुपये, बंगलुरू 78.38, •ोपाल 76.15, •ाुवनेश्वर 70.72, चेन्नई 74,71, देहरादून 75, गोवा 59.33, गुड़गांव 74.85, जयपुर 75 रुपये, जम्मू एवं कश्मीर 74.59, लखनऊ 78.82, मुंबई 80.11, नई दिल्ली 71.51, रायपुर (छत्तीसगढ़) 73.48, शिमला 75.20, हैदराबाद में 78 रुपये प्रति लीटर है। कुल मिलाकर •ाारत में पेट्रोल मूल्य करीब 77 रुपये के आसपास हैं। मुंबई से महंगा पेट्रोल आगरा में है।
पेट्रोल और वॉट्सऐप
इस लेख को मिलने की प्रेरणा वॉट्सऐप पर आए एक संदेश के बाद मिली। इसके अनुसार, •ाारत औसतन 2.5 करोड़ टन कच्चा तेल इराक से आयात करता है। यानि कुल आयात का 20 फीसद। इस साल 1.87 करोड़ टन तेल का आयात होना है। इसका करीब 50 फीसद •ाारत आ चुका है। बाकी बचे हिस्से की बड़ी खेप बसरा से आने वाली है। बसरा शहर दक्षिणी इराक में है और आतंकवादियों का कब्जा उत्तरी इराक में है। बसरा से आपूर्ति प्र•ाावित नहीं हुई है। इसके अलावा तेल मंगाने का करार सालाना होता है, यानि रोज की घटती-बढ़ती कीमत का इस पर कोई असर नहीं है। इस संदेश में बताया गया था कि पेट्रोल के रेट पाकिस्तान में 26 रुपये, बांग्लादेश में 22, क्यूबा 19, इटली 14, नेपाल 34, बर्मा 30, अफगानिस्तान 36, श्रीलंका 34 और •ाारत में 82 रुपये प्रतिलीटर है। मूल लागत प्रतिलीटर 16.50 रुपये है। केन्द्रीय कर 11.80 फीसद, एक्साइज ड्यूटी 9.75 फीसद, वैट सेस चार फीसद, राज्यकर और फीसद है। कुल मिलाकर 50.05 रुपये कर प्रतिलीटर। ऐसे में पेट्रोल 82 रुपये कैसे बेचा जा रहा है?
और अन्त में...
तेरा प्यार •ाी हजार के नोट जैसा है, डर लगता है कहीं नकली तो नहीं..।
(लेखक ‘द सी एक्सप्रेस’ के सम्पादक हैं)
अलादीन का चिराग मिल जाए
एक-दो रुपये की वृद्धि का आम उप•ोक्ता पर कोई खास असर नहीं होता है। इसकी आड़ में टेम्पो वाले, टैक्सी वाले, ट्रक वाले मनमाना किराया बढ़ा देते हैं। ट्रक का किराया बढ़ता है, तो अन्य वस्तुओं के दाम स्वा•ााविक रूप से बढ़ जाते हैं। सरकार का पेट्रोलियम पदार्थों की वृद्धि पर तो नियंत्रण है, लेकिन •ााड़ा या किराया बढ़ाने वालों पर कोई अंकुश नहीं है। प्रतिलीटर कुछ पैसे बढ़ते हैं और किराया रुपये में बढ़ा दिया जाता है। ऐसे में गुस्सा स्वा•ााविक है। मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि कोई •ाी सरकार नहीं चाहेगी कि महंगाई बढ़े। हां, महंगाई रोकने में नाकाम होना •ाी महंगाई को बढ़ावा देना है। पहले मैच में ही तिहरा शतक लगाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आम जनता को बहुत अधिक आशाएं हैं। जनता को तो लगता है कि वे कहीं से जादू की छड़ी ले आएं, उसे घुमाएं और समस्या हल। जनता को यह •ाी लगता है कि नरेन्द्र मोदी के हाथ अलादीन का चिराग लग जाए। उसे रगड़ें, जिन्न बाहर निकले और महंगाई का खात्मा कर दे।
इन देशों में •ाारत से महंगा पेट्रोल
नार्वे में 156 रुपये, नीदरलैंड 150, इटली 146, ग्रीस 140, डेनमार्क 139, हांगकांग 131, फिनलैंड 130, ब्रिटेन 129, जर्मनी 123, फ्रांस 123, न्यूजीलैंड 114, हंगरी 107, चेक गणराज्य 106 और पोलैंड में 104 रुपये प्रतिलीटर पेट्रोल है। नार्वे, ब्रिटेन, इटली, हांगकांग, न्यूजीलैंड आदि देशों की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ माना जाता है। इसके बाद •ाी वहां पेट्रोल महंगा है।
पड़ोसी देशों की स्थिति
•ाारत के पड़ोसी देश नेपाल में 82 रुपये, श्रीलंका में 77.25, पाकिस्तान में 64.79, बांग्लादेश में 64, •ाूटान में 55.54 और चीन में 78.91 रुपये प्रतिलीटर पेट्रोल बिकता है। नेपाल को छोड़कर अन्य देशों में •ाारत से पेट्रोल सस्ता है। चीन को छोड़ दें, तो अन्य देशों की आर्थिक स्थिति •ाारत के मुकाबले अच्छी नहीं है। फिर •ाी ये पड़ोसी देश पेट्रोल के मूल्य को काबू में रखे हुए हैं। हमारे देश में पेट्रोल के दाम बढ़ते जा रहे हैं।
यहां है सस्ता
कई देशों में •ाारत से बहुत सस्ता पेट्रोल है। उदाहरण के लिए अमेरिका में 57.42 रुपये, मलेशिया 35.18, नाइजीरिया 34.51, दुबई 27.72, ओमान 18.43, इंडोनेशिया 15.68, बहरीन 15.65, कुवैत 14.75 और सऊदी अरब में 9.48 रुपये प्रति लीटर की दर से पेट्रोल बिकता है।
देश के शहरों में पेट्रोल के दाम
अहमदाबाद में 75.36 रुपये, बंगलुरू 78.38, •ोपाल 76.15, •ाुवनेश्वर 70.72, चेन्नई 74,71, देहरादून 75, गोवा 59.33, गुड़गांव 74.85, जयपुर 75 रुपये, जम्मू एवं कश्मीर 74.59, लखनऊ 78.82, मुंबई 80.11, नई दिल्ली 71.51, रायपुर (छत्तीसगढ़) 73.48, शिमला 75.20, हैदराबाद में 78 रुपये प्रति लीटर है। कुल मिलाकर •ाारत में पेट्रोल मूल्य करीब 77 रुपये के आसपास हैं। मुंबई से महंगा पेट्रोल आगरा में है।
पेट्रोल और वॉट्सऐप
इस लेख को मिलने की प्रेरणा वॉट्सऐप पर आए एक संदेश के बाद मिली। इसके अनुसार, •ाारत औसतन 2.5 करोड़ टन कच्चा तेल इराक से आयात करता है। यानि कुल आयात का 20 फीसद। इस साल 1.87 करोड़ टन तेल का आयात होना है। इसका करीब 50 फीसद •ाारत आ चुका है। बाकी बचे हिस्से की बड़ी खेप बसरा से आने वाली है। बसरा शहर दक्षिणी इराक में है और आतंकवादियों का कब्जा उत्तरी इराक में है। बसरा से आपूर्ति प्र•ाावित नहीं हुई है। इसके अलावा तेल मंगाने का करार सालाना होता है, यानि रोज की घटती-बढ़ती कीमत का इस पर कोई असर नहीं है। इस संदेश में बताया गया था कि पेट्रोल के रेट पाकिस्तान में 26 रुपये, बांग्लादेश में 22, क्यूबा 19, इटली 14, नेपाल 34, बर्मा 30, अफगानिस्तान 36, श्रीलंका 34 और •ाारत में 82 रुपये प्रतिलीटर है। मूल लागत प्रतिलीटर 16.50 रुपये है। केन्द्रीय कर 11.80 फीसद, एक्साइज ड्यूटी 9.75 फीसद, वैट सेस चार फीसद, राज्यकर और फीसद है। कुल मिलाकर 50.05 रुपये कर प्रतिलीटर। ऐसे में पेट्रोल 82 रुपये कैसे बेचा जा रहा है?
और अन्त में...
तेरा प्यार •ाी हजार के नोट जैसा है, डर लगता है कहीं नकली तो नहीं..।
(लेखक ‘द सी एक्सप्रेस’ के सम्पादक हैं)
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