16.3.09

सीनियर रिपोटर्र की सोच

लालटेन जलाई तेरी, लालटेन बुझाऊँ तेरी
एकई खबर में मिट्टी में मिलाय दऊँ
बात न जो मानै मेरी, कर दऊँ में ख्वारी तेरी
सारे सहर में रायतौ सौ फैलाय दऊँ।
आवन दै अपने तू अध्यक्ष महोदय कूँ।
बाके आगे तेरी सारी बत्ती मैं बुझाय दऊँ।
डॉ. भानु प्रताप सिंह
डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट भानुहिन्दुस्तान डॉट ब्लॉगस्पॉट डॉट कॉम

3 comments:

KK Yadav said...

Kya bat hai...bahut khub !!
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गणेश शंकर ‘विद्यार्थी‘ की पुण्य तिथि पर मेरा आलेख ''शब्द सृजन की ओर'' पर पढें - गणेश शंकर ‘विद्यार्थी’ का अद्भुत ‘प्रताप’ , और अपनी राय से अवगत कराएँ !!

somadri said...

छोटे -छोटे शब्दों में बड़ी-बड़ी बात

Unknown said...

dear bhanuji, i have read your this article , really i never come to know before it that you have so deep heart in all subjects. no doubt you r my inspiration on hindi lekh. I never supose to read such article, but you make my choise of the same.
May GOD give you path of roses in your way.
loving you
Hari Kant Sharma
prantiya saiukt mantry,collectorate AGRA